उत्तराखंड के सभी जिला अस्पतालों में अब सिटी स्कैन मशीन लगाने की तैयारी है। इसके साथ ही कुछ जिला अस्पतालों में एमआरआइ मशीन लगाने पर भी सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। आपको बता दें कि प्रदेश में अभी केवल पांच जिला चिकित्सालयों में सिटी स्कैन मशीनें हैं।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर प्रदेश पर काफी भारी पड़ी थी। इस दौरान सीटी स्कैन मशीनों की खासी जरूरत महसूस की गई। कारण यह कि कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण का असर फेफड़ों पर पड़ा था। फेफड़ों पर असर का पता लगाना सीटी स्कैन मशीन के जरिये ही संभव है। सरकारी अस्पतालों में इनकी सीमित संख्या होने के कारण निजी लैब के जरिये ही सीटी स्कैन की जांच की गई। हालांकि, प्रदेश के तीन मेडिकल कालेज, यानी देहरादून, श्रीनगर और हल्द्वानी में स्थापित मेडिकल कालेजों में ये दोनों मशीनें पहले से ही हैं।