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• Sat, 10 Feb 2024 2:21 pm IST


राज्य गठन के बाद दूर नहीं हो सकी नजूल भूमि और पेयजल समस्या की समस्या


लोहाघाट (चंपावत)। लोहाघाट के लोगों को सीएम के दौरे से बड़े तोहफे की उम्मीदें हैं। राज्य गठन के बाद भाजपा और कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में राज किया। इस दौरान कई बार मुख्यमंत्रियों के लोहाघाट के दौरे भी हुए लेकिन यहां की जरूरी पेयजल, नजूल भूमि को फ्री होल्ड करने, अस्पताल की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के कार्य पूरे नहीं हो सके।लोहाघाट नगर के लोगों को आज भी तीसरे और चौथे दिन तक पानी का इंतजार करना पड़ता है। लोगों की नजूल भूमि फ्री होल्ड नहीं होने से उन्हें सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। यूपी के समय के जाने माने राजकीय पॉलीटेक्निक की हालत खराब है। यहां स्टाफ की कमी का असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। हालात ये हैं कि अब अभिभावक लोहाघाट पॉलीटेक्निक में अपने बच्चों को भेजने में कम रूचि ले रहे हैं। उप जिला अस्पताल मात्र रेफर सेंटर बनकर रह गया है। यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों के कई पद खाली हैं। मुख्यमंत्री बनने के करीब 18 माह बाद पुष्कर सिंह धामी लोहाघाट की जनता से पहली बार रूबरू होंगे। सीएम के दौरे को लेकर लोगों में काफी उम्मीदें हैं।