बद्रीनाथ की दुल्हनिया से लेकर मैं
तेरा हीरो और जुड़वा 2 में अपनी कॉमिक टाइमिंग और बदलापुर और अक्टूबर में अपनी इंटेंस
एक्टिंग से वरुण धवन ने अपनी क्षमता को साबित किया है। इस साल इंडस्ट्री में
उन्हें एक दशक पूरा हो रहा है लेकिन एक्टर का कहना है कि वे वास्तव में अपने करियर
से संतुष्ट नहीं हैं।
उन्होंने कहा,"मुझे खुशी है कि
मुझे इस तरह की विभिन्न भूमिकाएं निभाने का मौका मिला लेकिन मैं संतुष्ट नहीं हूं।
मेरा मानना है कि महामारी के बाद यह मेरे लिए फिर से शुरू होने जैसा है। मैं अब
भी एक न्यू कमर की तरह महसूस करता हूं और मानता हूं कि मुझे चीजों को वापस करने की
जरूरत है। लेकिन मैं चीजों को उसी तरह से नहीं करना चाहूंगा। महामारी होने से पहले
आठ वर्षों तक मुझे काम करते समय तनाव होता था। मेरी उम्र होने के कारण मुझे बहुत
मजा आ रहा था लेकिन साथ ही मैं बहुत तनाव भी महसूस कर रहा था। अब मैं अच्छे
कांटेंट का मजा लेना और करना चाहता हूं"
कई हिट फिल्में दे चुके धवन का कहना है कि वे सफलता हासिल करने को लेकर तनाव में रहते थे। उन्होंने कहा, "बड़े पैमाने पर समाज आपको यह सोचने के लिए मजबूर करता है कि अगर आप सफल नहीं हैं, तो आप असफल हैं। इन चीजों ने मेरे काम को प्रभावित किया और महामारी के दौरान मैंने यह आत्मनिरीक्षण किया। मैं खुश रहना चाहता हूं और अच्छा काम करना चाहता हूं। मैं किसी तरह का बोझ नहीं उठाना चाहता। एक एक्टर के रूप में मैं नई चीजों को एक्सप्लोर करना चाहता हूं क्योंकि मेरा मानना है कि अगर आप अलग-अलग चीजों को नहीं आजमाएंगे तो कोई ग्रोथ नहीं होगी। आपको लगातार विकसित होने की जरूरत है।"