देहरादून। नाबालिग बच्चों का आधार कार्ड फर्जी तरीके से बनवाकर उसमें ज्यादा उम्र दर्शाते हुए ठेकेदारों द्वारा बच्चों से बालश्रम करवाने का मामला सामने आया है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निरीक्षण सचिव श्रीमती नेहा कुशवाहा सिविल जज सीनियर डिवीजन के नेतृत्व में पैरा लीगल स्वंय सेवक शमीना एवं नाजमा तथा मैक संस्था के जहांगीर आलम तथा सुरेश उनियाल बचपन बचाऔ आन्दोलन व जसवीर रावत चाईल्ड लाईन एवं जिला टास्क फोर्स के सदस्यो द्वारा सेलाकुई स्थित डिक्सन टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में कुल 94 बालिकाओं को चिन्हित कर उनके आधार कार्ड और सर्टिफिकेट की जांच की गई। जांच पड़ताल में दस्तावेज फर्जी मिले। इसके बाद डिक्सन कंपनी प्रबंधन एवं ठेकेदार रंजीत, प्रीतम, सिंघानिया, रेहान, संदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया। आरोप है कि एजेंट व ठेकेदार के द्वारा कुल 94 बालिकाओं के आधार कार्ड फर्जी बनाकर उम्र को ज्यादा दर्शा कर कंपनी में 12 -12 घंटे अवैध रूप से बाल श्रम करवा रहे थे।