पदाधिकारियों ने कहा कि जब तक एसीपी की पुरानी व्यवस्था 10, 16, 26 वर्ष को दोबारा से लागू नहीं किया जाता, तो आंदोलन जारी रहेगा। पदोन्नति में शिथिलता, पुरानी पेंशन का लाभ कर्मचारियों को दिया जाए। बैठक में प्रताप पंवार, अरुण पांडे, हरीश चंद्र नौटियाल, सुनील कोठारी, शक्ति प्रसाद भट्ट, पंचम सिंह बिष्ट, पूर्णानंद नौटियाल, बीएस रावत, दिनेश पंत, कुलदीप कुमार, अजय बेलवाल, संदीप मौर्य, ओमवीर सिंह, नाजिम सिद्दीकी, हरिकेश भारती, बनवारी सिंह रावत, दीप चंद बुडलाकोटी, मुकेश ध्यानी, एमएल उनियाल, निशंक सिरोही, राकेश रावत, अनिल सिंह पंवार, रामकृष्ण नौटियाल आदि मौजूद रहे।
सरकार भी हुई सक्रिय
कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए सरकार भी सोमवार को सक्रिय रही। सचिव कार्मिक अरविंद सिंह हंयाकी ने समन्वय समिति के पदाधिकारियों को पत्र लिखा। पत्र में उनसे हड़ताल स्थगित करने की अपील की गई। कहा गया कि सरकार उनकी मांगों के निस्ताराण को लेकर गंभीर है।