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• Wed, 3 Feb 2021 10:09 pm IST


किसान आंदोलन: यहां भाजपा नेताओं की नो एंट्री


हरिद्वार। दिल्ली में पुलिस द्वारा किसानों पर किए गए लाठीचार्ज और अन्य बल प्रयोग का जवाब अब हरिद्वार जनपद के किसान बाहुल्य क्षेत्र में स्थानीय किसानों ने कुछ अलग अंदाज में देना शुरू कर दिया है उत्तराखंड के बॉर्डर नारसन गांव के किसानों ने गांव के बाहर और भीतर जगह-जगह स्पष्ट बोर्ड लगा दिए हैं कि भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता गांव में प्रवेश न करें अगर ऐसा करते हैं और उनकी जान-माल को लेकर कोई क्षति होती है तो उसकी जिम्मेदारी खुद भाजपा नेता की होगी इस तरह के बोर्ड लगते ही पुलिस हरकत में आ गई कुछ बोर्ड तो हटवा दिए गए लेकिन इसके बाद ग्रामीण और भारतीय किसान यूनियन के नेता सक्रिय हुए तो उन्होंने बोर्ड हटाने की मुहिम को रुकवा दिया यह बोर्ड लगने से क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनने के आसार दिखने लगे हैं दिल्ली में जिस तरह से गणतंत्र दिवस के दिन अराजकता हुई और उसके बाद पुलिस ने किसानों पर शिकंजा कसा उसकी तीव्र प्रतिक्रिया क्षेत्र में देखने को मिली है बुधवार को ही भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत यहां महापंचायत करके गए हैं वहीं दूसरी ओर नारसन कला के ग्रामीणों ने भाजपा नेताओं को लेकर आक्रामक टिप्पणी लिखते हुए बोर्ड लगा दिए हैं भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता अरविंद चौधरी ने कहा कि आज तो केवल बोर्ड लगाए गए हैं कल से ठीक उसी अंदाज में लकड़ी के पत्तों में लंबी-लंबी कीलें ठोक कर भाजपा नेताओं की गाड़ियों को भी आने से रोका जाएगा जिस तरह से दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों के साथ किया जा रहा है उन्होंने कहा कि यह आंदोलन अब किसानों के सम्मान का सवाल बन गया है किसान ईट का जवाब पत्थर से देने को तैयार है