अल्मोड़ा-कोरोना काल ने जन-जीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है लेकिन इन सबके बीच स्वास्थ्य विभाग की सेहत काफी हद तक सुधर गई है। हालांकि डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी अब भी समस्या है। यह कहना गलत नहीं होगा कि प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो काम कांग्रेस राज के करीब 60 वर्ष और भाजपा राज के सात सालों में नहीं हुआ वह काम कोरोना काल के कुछ महीनों में ही हो गया। कोरोना की वजह से पर्वतीय जिलों के अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट से लेकर वेंटिलेटर तक पहुंच गए।