पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन खत्म होने की खबरों का खंडन किया। दरअसल, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई थी कि साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने धरना वापस ले लिया है। वे रेलवे में अपनी नौकरी पर वापस लौट गए हैं। इसके बाद साक्षी और बजरंग ने ट्वीट कर इन खबरों का खंडन किया और इसे अफवाह बताया। अब इस मामले में साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत कादियान का बयान भी सामने आया है। साक्षी ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात पर भी बात की। पहलवान शनिवार रात गृह मंत्री से मिले थे।2016 रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी ने कहा- हमने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। यह एक सामान्य बातचीत थी। हमारी केवल एक ही मांग है और वह है बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार करना। मैं विरोध से पीछे नहीं हटी हूं। रेलवे में OSD के रूप में मैंने अपना काम फिर से शुरू कर दिया है। मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता तब तक हम विरोध करते रहेंगे। हम पीछे नहीं हटेंगे। उसने (नाबालिग लड़की) कोई एफआईआर वापस नहीं ली है, यह सब फर्जी है।वहीं, साक्षी के पति और 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता पहलवान सत्यव्रत कादियान ने कहा- न हमने कोई समझौता किया है और न हम पीछे हटेंगे। यह सब फर्जी है, हम इस विरोध को वापस नहीं लेंगे। हम एकजुट रहेंगे और न्याय के लिए विरोध करते रहेंगे। हमें कमजोर करने के लिए फर्जी खबरें फैलाई जा रही हैं। पूरा देश दिल्ली पुलिस के खिलाफ है। आंदोलन से नाम वापस लेने की खबर झूठी है। हम विरोध से पीछे नहीं हटे हैं। हमारा विरोध जारी रहेगा।