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• Fri, 12 Feb 2021 5:28 pm IST


अखिलतीय अखाड़ा परिषद पर दो फाड़ होने का संकट , बैरागी अखाड़ों ने दी बहिष्कार करने की चेतावनी



हरिद्वार ।कोरोना संक्रमण के बीच चल रहे कुंभ काल में संतों के प्रमुख संगठन अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद में दो फाड़ होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। बैरागी अखाड़ों के संतों ने सरकार प्रशासन और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद पर बैरागी संप्रदाय से जुड़े अखाड़ों  और अन्य संतों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के बहिष्कार की घोषणा की है।

 इन संतों का कहना है कि सरकार भी केवल सन्यासी अखाड़ों को ही अधिमान दे रही है  । आज तक बैरागी अखाड़ों में एक भी काम नहीं किया गया है उन्होंने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों पर संतों की गरिमा को कम करने का भी आरोप लगाया । साथ ही अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की मौजूदा कार्यकारिणी को असंवैधानिक बताया दिगंबर अणि अखाड़े के कुंभ मेला प्रभारी बाबा हठयोगी ने शुक्रवार को बैरागी कैंप में पत्रकारों से वार्ता करते हुए आरोप लगाया कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की मौजूदा कार्यकारिणी पूरी तरह संवैधानिक है।

 उन्होंने अखाड़ा परिषद के चुनाव नए सिरे से कराने की मांग की कहा कि कार्यकारिणी का चुनाव परंपरा और नियमों के अनुसार होना चाहिए क्योंकि जब अध्यक्ष संन्यासी अखाड़ों से बनता है तो महामंत्री का पद बैरागी अखाड़ों को मिलता है और यदि अध्यक्ष का पद बैरागी अखाड़ों को मिलता है तो महामंत्री सन्यासी अखाड़े का होता है लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया । उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का बैरागी अखाड़े पूरी तरह बहिष्कार करते हैं। सरकार से उन्होंने कहा कि सभी अखाड़ों को बराबर अधिमान दें । इस दौरान महंत दुर्गादास महंत, राजेंद्र दास सहित कई अन्य संत मौजूद रहे।