इस बार भी बाबा केदार के भक्त ऋषिकेश-बदरीनाथ और रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर छोटे-बड़े 12 डेंजर जोन से गुजरते हुए केदारनाथ पहुंचेंगे। ऑलवेदर रोड परियोजना में निर्माणाधीन दोनों राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्रशासन और पुलिस द्वारा अति संवेदनशील स्थानों को चिह्नित किया गया है। इन स्थानों पर बरसात में यातायात कम से कम प्रभावित हो, इसके लिए एनएच को जेसीबी व अन्य उपकरण रखने को कहा गया है।6 मई से शुरू हो रही केदारनाथ यात्रा में सुरक्षित यातायात को लेकर डीएम और एसपी के दिशा-निर्देशन में ऋषिकेश-बदरीनाथ और रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग पर 12 डेंजर जोन चिह्नित किए गए हैं। दोनों हाईवे पर भूस्खलन जोन सिरोहबगड़, नरकोटा, तिलवाड़ा, सौड़ी-गिंवाला, बांसवाड़ा, कुंड, भूधंसाव जोन सेमी-भैंसारी, नारायणकोटी, चंडिकाधार को चिह्नित किया गया है। इन डेंजर जोन में सिरोहबगड़ और बांसवाड़ा जहां दशकों से परेशानी का सबब बने हुए हैं। वहीं, शेष संवेदनशील स्थान केदारनाथ आपदा और ऑलवेदर रोड परियोजना के कार्य के चलते उभरे हैं। गौरीकुंड के व्यापार संघ अध्यक्ष अरविंद गोस्वामी ने शासन, प्रशासन और एनएच ने सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच सुरक्षित यातायात के लिए सड़क चौड़ीकरण कर सुरक्षा इंतजाम की मांग की है।