बढ़ते शहरीकरण, आबादी के बीच शहर में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने का खामियाजा हल्द्वानीवासी हर मानसून में भुगतते हैं। पिछले आठ वर्षों की बात करें तो बारिश की वजह से हल्द्वानी शहर में नौ बार भारी जलभराव हुआ। इससे करीब 30 करोड़ रुपये की सरकार को आर्थिक हानि और आम जनता को भी काफी नुकसान हुआ है। जलभराव के बाद प्रशासन, नगर निगम, सिंचाई, जलसंस्थान के अधिकारियों ने शहर के दौरे कर इसकी वजह तलाशी और कई योजनाएं भी बनाई गईं, लेकिन इन योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम अब तक नहीं हो सका है। शहर की आबादी जो 1904 में 11 हजार थी अब बढ़कर पांच लाख से ज्यादा पहुंच गई है।