रुद्रप्रयाग: केदारघाटी की तीन सौ से अधिक महिलाएं यात्रा सीजन के दौरान स्थानीय उत्पादों से श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद तैयार करती हैं। इससे उनकी आर्थिकी तो मजबूत हुई ही है, क्षेत्र में रोजगार का एक बेहतर विकल्प भी मिल गया है। महिलाएं बीते तीन वर्षो से प्रसाद बनाने का कार्य कर रही हैं। हालांकि, कोरोना संक्रमण के चलते विगत दो वर्षो में प्रसाद की ही बिक्री प्रभावित हुई।केदारनाथ में वर्ष 2017 से स्थानीय उत्पादों का प्रसाद तैयार किया जा रहा है। तब तत्कालीन जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की पहल पर जिलेभर के महिला समूहों को इस योजना से जोड़ा गया। वर्ष 2018 व 2019 में समूहों ने चार करोड़ से अधिक का प्रसाद मंदिर समिति के सहयोग से बेचा। इससे प्रत्येक महिला को 50 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक की आमदनी हुई। हालांकि पिछले दो वर्षों में कोरोना संक्रमण के चलते यात्रा पर इसका असर पड़ा।