बागेश्वर। जिला पंचायत पर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए विगत 15 जून से आंदोलनरत जिपं उपाध्यक्ष और सदस्यों का धरना सोमवार को भी जारी रहा। सदस्यों ने जिपं अध्यक्ष के बयान को हताशा की उपज बताते हुए पलटवार किया है।
जिपं उपाध्यक्ष नवीन परिहार के नेतृत्व में धरने पर बैठे जिला पंचायत सदस्यों ने मांगों को लेकर नारेबाजी की। जिपं उपाध्यक्ष ने कहा कि जिपं अध्यक्ष और जिपं के एएमए पर गंभीर आरोप लगे हैं। वह लोग विगत 15 जून से अनियमितताओं को लेकर धरना दे रहे हैं। जिपं में 55 प्रतिशत बजट विवेकाधीन कोष के नाम पर रख लिया जा रहा है। समितियों का पुनर्गठन नहीं किया जा रहा है। अध्यक्ष ने गलत पंचायतीराज एक्ट दिखाकर गलत कृत्य किया है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक से भी शिकायत की गई है। कहा कि जिपं अध्यक्ष मीडिया में बयान जारी कर जिपं परिसर में चल रहे आंदोलन से कार्य में बाधा उत्पन्न होने की बात कर रही हैं, यह हताशा के सिवा और कुछ नहीं है।