गढ़वाल केंद्रीय विवि में एमए हिंदी में पढ़ने वाली रीना शाही ने स्त्रियों के सबसे बड़े गहने यानी अपने बाल ही कैंसर पीड़ितों को दान कर दिए हैं. रीना के इस कदम से जहां उनके परिजन उनके साथ खड़े हैं, वहीं रीना की सहेलियां भी उनके इस कदम की जम कर सराहना कर रही हैं.पिथौरागढ़ की रहने वाली हैं रीना शाही: रीना मूल रूप से जनपद पिथौरागढ़ की ग्राम चामी भैंस्कोट की रहने वाली हैं. उनका परिवार कई सालों से अब देहरादून के गजियावाला में रह रहा है. उनके पिता चंद्रभानु सिंह शाही पेशे से अध्यापक हैं जो उन्हें बचपन से ही हर अच्छे बुरे की शिक्षा देते आ रहे हैं. रीना के दो भाई हैं जो उन्हें हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहते हैं. रीना ने हाईस्कूल की पढ़ाई अपने गांव चामी भैंस्कोट से की. इंटरमीडिएट मोहन लाल शाह बालिका विद्या मंदिर नैनीताल से की.