पिथौरागढ़ : 75 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब भारत के कोई प्रधानमंत्री चीन और नेपाल सीमा के निकट स्थित आदि कैलाश और नारायण आश्रम के दौरे पर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि तीन देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगी इस भूमि से प्रधानमंत्री पड़ोसी दो देशों के साथ ही पूरे विश्व को अध्यात्म और वैश्विक क्षेत्र में उभरती भारत की शक्ति का संदेश देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 11-12 अक्तूबर को पिथौरागढ़ जिले के आदि कैलाश और नारायण आश्रम का दौरा प्रस्तावित है। भारत का यह क्षेत्र तिब्बत (अब चीन) और नेपाल की सीमाओं से सटा है। धारचूला की व्यास घाटी से तिब्बत तक आध्यात्मिक भूमि रही है। तिब्बत स्थित कैलाश मानसरोवर हिंदुओं का प्रमुख धार्मिक स्थल है। 16730 फुट पर स्थित लिपुलेख दर्रे से 1962 तक बेरोकटोक श्रद्धालु शिव के इस धाम की यात्रा करते थे। इसी दर्रे से दोनों देशों के बीच व्यापारिक गतिविधियां भी होती थीं।