देहरादून: स्कूल खुलते ही शहर की यातायात व्यवस्था बेपटरी हो गई है। पहले से ही शहर जाम की समस्या से जूझ रहा था, ऊपर से अब स्कूलों के बाहर लगने वाले जाम ने समस्या बढ़ा दी है। इसका कारण यह है कि स्कूलों की छुट्टी के समय लगने वाले जाम से निपटने को लेकर अभी तक यातायात पुलिस ने कोई कार्ययोजना नहीं बनाई है।
कोरोना संक्रमण के चलते लंबे समय तक स्कूल बंद रहे। सड़कों पर यातायात का दबाव था, लेकिन स्थिति नियंत्रण में थी। अब स्कूल खुलते ही अचानक सड़कों पर यातायात का दबाव बढ़ गया है। जिन स्कूलों में छात्र संख्या अधिक है, उनके बाहर हालात गंभीर हो जाती है। कई स्कूलों के पास पर्याप्त पार्किंग नहीं है। इस कारण छुट्टी के समय जब अभिभावक अपने बच्चों को लेने के लिए आते हैं तो वह अपने वाहन सड़क किनारे पार्क करते हैं। इससे जाम लगता है। सबसे बड़ी समस्या सुभाष रोड पर है। इस रोड पर पुलिस महानिदेशक कार्यालय, सचिवालय के साथ ही कुछ निजी संस्थानों के कार्यालय हैं। इसी रोड किनारे एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल भी है। स्कूल की छुट्टी के दौरान यहां सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। जिससे कुछ समय के लिए यातायात पूरी तरह से बाधित हो जाता है। इसका कारण ये है कि यहां कार, मोटरसाइकिल, विक्रम, आटो व ई रिक्शा बेतरतीब ढंग से सड़क पर खड़े किए जाते हैं। आधे घंटे तक यहां से वाहन निकालना किसी चुनौती से कम नहीं है। यही हाल बुद्धा चौक, शिमला बाइपास से ट्रांसपोर्ट नगर चौक की तरफ जाने वाली सड़क का भी रहता है।