मोक्षदायिनी गंगा लापरवाह पर्यटकों के लिए हादसों का कारण भी बन रही है। तीर्थनगरी तथा आसपास क्षेत्र में गंगा में डूबने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पिछले आठ महीनों के आंकड़े ही बेहद चिताजनक हैं। यहां पिछले आठ माह में विभिन्न घाटों पर 22 लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं। अधिकांश हादसे पर्यटकों की लापरवाही से ऐसे घाटों पर हो रहे हैं, जो घाट स्नान के लिए प्रतिबंधित हैं।
तीर्थनगरी ऋषिकेश के मुनिकीरेती, लक्ष्मणझूला, ऋषिकेश तथा रायवाला थाना क्षेत्र में गंगा के घाटों पर लापरवाही की डुबकी पर्यटकों व श्रद्धालुओं की जान पर भारी पड़ रही है। गंगा में हुए हादसों के पिछले छह माह के आंकड़े चिताजनक हैं। बावजूद इसके पर्यटक पुलिस और प्रशासन की चेतावनी को नजरअंदाज कर गंगा के खतरनाक घाटों पर स्नान कर रहे हैं। दरअसल, इन घाटों पर पानी का ऊपरी बहाव बेहद धीमा प्रतीत होता है, मगर सतह के नीचे बहाव बेहद तेज होता है। कई स्थानों पर घाटों पर गहरी चट्टानें और तेज भंवर हैं, जिन्हें सामान्य रूप से महसूस नहीं किया जा सकता।