देहरादून: उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर मिली हार के कारणों को तलाशने पहुंचे फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सदस्य पीएल पुनिया अपने तीन दिवसीय दौरे के बाद आज दिल्ली लौट गए हैं. तीन दिनों तक उन्होंने प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर हार के कारणों को जानने के लिए समीक्षा बैठकें की. पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं, विधायकों, पूर्व सांसदों, 2024 में हुए लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों और जिला अध्यक्षों के साथ वन टू वन चर्चा की. पीएल पुनिया अपनी रिपोर्ट कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपेंगे.बीते तीन दिनों तक पार्टी के नेताओं और पदाधिकारियों ने चुनावीं हार पर खुलकर फैक्ट फाइंडिंग के सदस्य पीएल पुनिया के समक्ष अपनी बात रखी. यह भी बताया जा रहा है कि पार्टी के बड़े नेताओं के चुनावीं डर ने कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी फेरा है. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा कई बार इस बात को दोहरा चुके हैं कि अगर पार्टी के वरिष्ठ नेता चुनाव लड़ते, तो प्रदेश की दो से तीन सीटों पर चुनावीं परिणाम कुछ और होते.प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि चुनावीं हार का आकलन करने के लिए पर्यवेक्षक आए थे और उनके समक्ष सभी सीनियर नेताओं ने हार के कारणों पर अपनी स्थिति साफ की. शीर्ष नेतृत्व ने पर्यवेक्षक के रूप में ऐसे नेता को उत्तराखंड भेजा, जिनका लंबा प्रशासनिक और राजनीतिक अनुभव रहा है. उन्होंने सभी की बात वन टू वन सुनी और हार के कारणों पर सबसे फीडबैक लिया. उन्होंने कहा कि इन तीन दिनों में पीएल पुनिया ने करीब 9 घंटे से अधिक समय तक मैराथन बैठकें की और 2024 में मिली हार को लेकर मिले फीडबैक और सुझावों को लिपिबद्ध किया.