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• Sun, 10 Dec 2023 9:51 am IST


टिहरी के संदीप ने यूरोप की रिबेका संग रचाई शादी


उत्तरकाशी: कहते हैं कि जब प्यार सच्चा हो तो, उसे दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक पाती और दो दिल मिल ही जाते हैं. उन्हें ना तो कोई सरहद रोक सकती है और ना ही सात समंदर. जी हां ऐसा ही प्यार है यूरोप के स्लोवाकिया देश की रिबेका और टिहरी के जाखणी चामासौड़ निवासी संदीप सेमवाल का. दोनों लव वर्ड्स ने हिंदू रीतिरिवाज के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर में सात फेरे लिया और जन्मों जन्म के लिए एक दूसरे के हो गए हैं.दूल्हा संदीप सेमवाल और दुल्हन रिबेका की पहली मुलाकात ऋषिकेश में हुई थी, जहां उनके गुरु ने दोनों के समक्ष विवाह का प्रस्ताव रखा था. पेशे से संदीप योग शिक्षक हैं. ये विवाह काशी विश्वनाथ मंदिर में लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा. मंदिर में मौजूद लोगों ने देसी दूल्हे और विदेशी दुल्हन के साथ खूब तस्वीरें लीं और उन्हें अपना आशीर्वाद दिया.दूल्हा संदीप सेमवाल ने बताया कि वह 11-12 साल की उम्र में ही ऋषिकेश के भरत मिलाप आश्रम चले गए थे, जहां उनके गुरु स्वर्गीय स्वामी रामकृपालु ने उन्हें योग और हिंदू धर्म की शिक्षा दी. योग में मास्टर डिग्री कर वह ऋषिकेश के ही स्कूल में योग शिक्षा देते हैं. साल 2018 में यूरोप की रिबेका भी शिक्षा लेने आई थी. इसी बीच उनके गुरु स्वामी रामकृपालु ने दोनों के समक्ष एक-दूसरे से विवाह का प्रस्ताव रखा था.उनके गुरु ने ही रिबेका को मीरा नाम दिया था. कोरोना और फिर गुरु के निधन के चलते उन दोनों का विवाह नहीं हो पाया, लेकिन रिबेका अब विवाह के लिए यहां पहुंची और दोनों ने काशी विश्वनाथ मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज के साथ शादी की. संदीप ने कहा कि विवाह केवल दो लोगों का साथ नहीं बल्कि पवित्र बंधन है, जिसे उनकी पत्नी रिबेका उर्फ मीरा भी समझती है. रिबेका और संदीप के विवाह पर उनके पिता मुरारी सेमवाल और मामा भैरव दत्त जोशी ने भी खुशी जताई है.