रामनगर (नैनीताल)। हर साल की तरह इस साल भी आइबिसबिल पक्षी अपने सालाना प्रवास पर पहुंच चुके हैं। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फ जमने के कारण ये पक्षी निचले स्थानों को रुख करते हैं, जहां इन्हें भोजन की कमी नहीं होती है।
वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर दीप रजवार के अनुसार आइबिसबिल रुककर भोजन तलाश करते हैं। ये छोटे कंकर के नीचे छिपे कीड़े मकोड़े उनके लार्वा, शैवाल, काई और छोटे पौधों को खाते हैं। आइबिसबिल नवंबर से लेकर मार्च तक पड़ाव करते हैं, फिर वापस चले जाते हैं। ये बहुत दुर्लभ है और इन्हें आसानी से ढूंढना मुश्किल होता है। यह पक्षी बर्ड वॉचरों की पहली पसंद होता है और प्रवास के दौरान इसे देखने के लिए सैलानियों में उत्सुकता रहती है।