जापान के पीएम फुमियो किशिदा ने अपने भारत दौरे पर दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी से मुलाकात कर कई अहम मुद्दों पर बातचीत की।
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद वे एक थिंक टैंक के कार्यक्रम में भी शामिल हुए। जहां उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ रूस के हमले की आलोचना करते हुए कहा कि, जापान रूस की आक्रामकता को कभी मान्यता नहीं देगा। उन्होंने कहा कि, पीएम मोदी ने भी राष्ट्रपति पुतिन से कहा था कि, आज का युग युद्ध का नहीं है। जापान दुनिया में कहीं भी यथास्थिति में एकतरफा बदलाव का विरोध करता है। यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता हमें शांति की रक्षा करने वाली सबसे बुनियादी चुनौती का सामना करने के लिए बाध्य करती है।
इसके अलावा उन्होंने मुक्त हिंद प्रशांत क्षेत्र पर भी चर्चा की। कहा कि, 2016 में पूर्व पीएम शिंजो आबे ने फ्री एंड ओपन इंडो पैसिफिक नामक विजन दिया था। जापान इसमें विस्तार के लिए हमेशा तैयार है। जापान के पीएम फुमियो किशिदा ने अपने संबोधन में यूक्रेन पर रूस के हमले की भी निंदा की। साथ ही कहा कि, 2016 में पूर्व पीएम शिंजो आबे ने फ्री एंड ओपन इंडो पैसिफिक नाम का एक विजन दिया था। जापान एफओआईपी के लिए सहयोग में विस्तार करेगा।
उन्होंने ये भी कहा कि, मेरा मानना है कि, ये विजन विभिन्न देशों की आवाजों से पोषित है, जिसे हमारे एफओआईपी के रूप में चित्रित किया जा सकता है। विभाजन और टकराव के बजाय सहयोग की दिशा में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का नेतृत्व करने के लक्ष्य की ओर यह पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण होता जा रहा है।
चलते चलते उन्होने भारत की तारीफ करते हुए कहा कि, भारत एक अपरिहार्य भागीदार है और मेरा मानना है कि, भारत और जापान वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और दुनिया के इतिहास में एक अत्यंत अनूठी स्थिति में हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश ने जिस तरह से लोकतंत्र विकसित किया है, उसे मैंने हमेशा बहुत सम्मान की दृष्टि से देखा है।