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• Sat, 12 Jun 2021 9:17 pm IST


भारत को हिंदू राष्ट्र अविलंब घोषित किया जाए ...स्वामी आनंद स्वरूप


हरिद्वार। शंकराचार्य परिषद के सर्वपति व शाम्भवी पीठाधीश्वर स्वामी आनन्द स्वरूप ने भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग की है। उत्तरी हरिद्वार स्थित शाम्भवी आश्रम में पत्रकारों से वार्ता करते स्वामी आनन्द स्वरूप ने कहा कि संविधान की मूल आत्मा उसकी प्रस्तावना होती है। आपातकाल के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा प्रस्तावना को बदलते हुए प्रस्तावना में सेक्युलर शब्द जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि है भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के लिए जल्द ही 10 हजार संतों के हस्ताक्षर वाला एक ज्ञापन भारत के राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा। स्वामी आनंद स्वरूप ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने की मांग करते हुए कहा कि आजादी के समय जब भारत के दो टुकड़े हुए। धर्म केक आधार पर देश का बंटवारा हुआ। जिसके बाद इस्लामिक रिपब्लिक पाकिस्तान का गठन हुआ तो भारत हिंदू रिपब्लिक क्यों नहीं बना। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल के समय संविधान की प्रस्तावना में बदलाव करते हुए सेक्युलर शब्द जोड़ दिया। जिसको अब बदलने का समय आ चुका है।
भारत सरकार को चाहिए कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए। इस मांग को लेकर उनके द्वारा हरिद्वार से एक अभियान की शुरुआत की गई है। अभियान पूरे देश में चलाया जाएगा। जिसके तहत 10 हजार संतों के हस्ताक्षरो वालों एक ज्ञापन राष्ट्रपति को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने मांग नहीं मानी तो एक लाख संतों को साथ लेकर दिल्ली में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के धारा 370 पर दिए बयान पर उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह और कांग्रेस हमेशा से पाकिस्तान समर्थित रहे हैं। उन्होंने मांग की कि यदि कांग्रेस कश्मीर में धारा 370 को पुनः बहाल करना चाहती है तो उसे इस अपने मेनिफेस्टो में शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा सरकार को जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू कर कड़ाई से इसका पालन सुनिश्चित कराना चाहिए।