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DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 20 Jun 2022 10:48 am IST


देसी घी खाने से बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा? अफवाह पर क्या बोली कार्डियोलॉजिस्ट ?


कुछ साल पहले यह बात फैल गई थी कि देसी घी नहीं खाना चाहिए। इससे दिल की बीमारी बढ़ती है। बाद में शॉर्ट टर्म स्टडीज में यह साबित हुआ कि जब देसी घी खाना छोड़ देते हैं और जीरो ऑइल कुकिंग करते हैं तो डेथ रेट बढ़ जाता है और बहुत ज्यादा बीमारियां होती हैं। यह बात बताई कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर आरती दवे लाल चंदानी ने। उनका कहना है कि घी जरूर खाइए। डॉक्टर आरती ने घी के फायदे भी बताए और इसे ना खाने के नुकसान भी। यहां जानें डिटेल...

तेल या डालडे में होते हैं टॉक्सिन्स- डॉक्टर आरती लाल चंदानी का कहना है कि कोई भी चीज अगर ज्यादा मात्रा में खाई जाती है तो वह नुकसान करने लगती है। जैसे फायदा करने वाले फल भी ज्यादा खाएं तो शुगर बढ़ाते हैं। ड्राई फ्रूट्स और नट्स भी सीमित मात्रा में खाने चाहिए। सब्जियां और दही ऐसी चीजें हैं जिन्हें आप फ्री होकर ज्यादा भी खाएं तो नुकसान नहीं करता। घी भी सामान्य परिस्थिति में लोग दिन में 2 से चार चम्मच तक खा सकते हैं। घी 37 डिग्री पर लिक्विड हो जाता है। इसका मतलब है शरीर के तापमान पर यह लिक्विड रहता है, यानी ये सैचुरेटेड फैट नहीं हुआ। इससे आप तड़का लगाएं या दाल में डालें तो यह जमता नहीं है मतलब यह ट्रांस फैट नहीं बनता। तेल और डालडे में टॉक्सिन्स बनते हैं। घी से ऐसा नहीं होता। 

देसी घी के फायदे- लिनोलिनिक और ब्यूटाइरिक एसिड होता है जो आपके पाचन को सही रखता है। लिनोलिनिक एसिड हार्ट के लिए फायदा करता है। इसमें विटामिन ए, डी, ई और के होते हैं। ये आपका इम्यून सिस्टम मजबूत करते हैं। पूरी बॉडी के लिए फायदेमंद है। घी जैसे फैट ब्रेन, लिवर और हार्ट फंक्शन के लिए अच्छे होते हैं। आंखों की रोशनी तेज होती है, हड्डियां मजबूत होती हैं, डाइजेस्टिव सिस्टम अच्छा होता है। ब्लड क्लॉटिंग सिस्टम सही रहता है क्योंकि इसमें विटामिन के बैलेंस में होता है। आर्टरीज में ब्लड फ्लो सही रहता है। हवा के बैक्टीरिया और वायरस से बचने में घी मदद करता है। बाल और स्किन सॉफ्ट होती है। हार्ट में गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। किसी भी ऐक्टिविटी के लिए स्टैमिना मिलता है। घी का जिक्र आयुर्वेद में भी है। जो लोग घी लेते हैं उन्हें अलजाइमर्स, डेमेंशिया और अलर्टनेस की दिक्कत नहीं होती। घी के एलिमेंट्स दिमाग को शांत करते हैं। हवन में और दीये में घी का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि इसकी अग्नि वातावरण ठीक करती है। घी खाने से नहीं बल्कि न खाने से नुकसान है। घी फर्टिलिटी में भी फायदा करता है।