हरिद्वार। पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाली संस्था मातृ सदन मैं 23 फरवरी से दोबारा गंगा रक्षा का आंदोलन शुरू होने वाला है । 2 दिन शेष रह गए हैं। यहां के संत अपने अपने स्तर पर तैयारी करने में जुटे हुए हैं।
हर कोई चाहता है कि इस बार आमरण अनशन पर बैठने का मौका उसे मिले, लेकिन परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने अभी तक यह घोषणा नहीं की है कि आमरण अनशन पर कौन बैठेगा लेकिन यह है कि आमरण अनशन होने वाला है। अभी से इस प्रस्तावित अनशन को समर्थन भी मिलने लगा है। पूर्व सैनिक संगठन के सदस्यों ने मातृ सदन आश्रम में पहुंचकर अपना समर्थन भी दिया है ।
आमरण अनशन क्यों करना पड़ रहा है इस बारे में स्वामी शिवानंद सरस्वती का कहना है कि संत को सरकार द्वारा दिए गए आश्वासन का भी सम्मान नहीं किया गया जिस कारण आपदाएं लगातार आ रही हैं ।उन्होंने कहा कि आज पर्यावरण और गंगा संकट में है और माफ सदन की मांगे पहले से ही लंबी चली आ रही है उन मांगों को मनवाने के लिए यह अनशन शुरू कराया जाएगा। सुनिए उन्होंने क्या कहा