जम्मू संभाग के जिला डोडा के अस्सर इलाके से दरसू पंचायत के पिंजर गांव में बरात आई थी। लेकिन, गांव तक सड़क न होने के कारण बरात को नदी के बीच से गुजरना पड़ा।
सर्दी के मौसम में नदी के बीच से आती बरात को देखकर गांव तक सड़क न होने का दंश झेल रहे सभी गांववासियों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। घुटनों तक पानी में डूबे बरातियों में सबसे आगे घोड़ी पर सवार दूल्हा था। उसके पीछे चल रहे बरातियों में कुछ बुजुर्गों को कंधों पर उठाकर नदी पार लाया गया। करीब 150 किमी का सफर तय कर अस्सर से आई बरात की इस आपबीती ने दरसू इलाके के 10 गांवों की करीब पांच हजार आबादी की पीड़ा को भी जगजाहिर कर दिया।
गोविंद राम शर्मा ने बताया कि, उधमपुर के उपायुक्त रहे बसीर अहमद खान और शाहिद इकबाल को ज्ञापन सौंपा गया है। बाद में जब बैक टू विलेज कार्यक्रम शुरू हुआ तो पहले और दूसरे चरण में पंचायत में आए वित्त विभाग के उप सचिव सलीम बेग को यह समस्या बताई गई। तीसरे चरण में पीडीडी के उप सचिव रजनीश गुप्ता को भी इस दिक्कत के बारे में बताया गया, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।