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• Tue, 25 Jun 2024 5:26 pm IST


सुंदरढूंगा घाटी में दिव्य स्थल की खोज , हिम शिखर पर दिखी 'स्वास्तिक' की आकृति


बागेश्वर में विश्व विख्यात सुंदरढूंगा घाटी में एक दिव्य स्थल की खोज हुई है। सुंदरढूंगा घाटी स्थित देवी कुंड के सामने हिम शिखर पर ॐ पर्वत की भांति बर्फ से बनी स्वास्तिक की आकृति विद्यमान है। स्वास्तिक पर्वत प्रकाश में आने से जिले को धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में ऊंचाइयां मिलने की प्रबल संभावना पैदा हो गई है।

जिला मुख्यालय से 100 किमी की दूरी पर सुंदरढूंगा क्षेत्र में स्थित देवीकुंड के पास गत शनिवार को बालयोगी स्वामी चैतन्य आकाश जी की प्रेरणा से मां आनंदेश्वरी दुर्गा मंदिर की नींव रखी गई। इसी दौरान स्वामी जी और अन्य लोगों की नजर देवीकुंड के ठीक सामने स्थित हिमशिखर पर पड़ी। लोगों के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा। शिखर पर सनातन संस्कृति का शुभ चिह्न स्वास्तिक बना हुआ था जो शिखर पर बर्फ पिघलने के कारण स्पष्ट दिखाई दे रहा था। आज तक स्वास्तिक पर्वत की ओर किसी का ध्यान नहीं गया था। पर्वत अधिकांश समय बर्फ से ढका रहता है।हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार स्वास्तिक को मंगल करने वाला और भगवान गणेश का प्रतीक माना जाता है। स्वास्तिक की की दोनों रेखाएं भगवान गणेश की पत्नी रिद्धि और सिद्धि को दर्शाती हैं। इसे संपन्नता, समृद्धि और एकाग्रता का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों के मुताबिक स्वास्तिक यंत्र है और ॐ मंत्र है।