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DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 8 Jun 2023 7:02 pm IST


गेहूं जैसे आटे में मिलेंगे मडुवे के गुण और पौष्टिकता


बागेश्वर। आप मडुवे की पौष्टिकता और गुणों से प्रभावित हैं लेकिन कई लोग उसके रंग को नापसंद करते हैं तो आपकी यह परेशानी जल्द दूर होने वाली है। विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (वीपीकेएएस) अल्मोड़ा की ओर से ईजाद किया गया सफेद मडुवे का बीज आपको गेहूं जैसे आटे में मडुवे की पौष्टिकता और गुण प्रदान करेगा। जिले में कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) काफलीगैर ने सफेद प्रगतिशील किसानों के माध्यम से 25 नाली जमीन पर सफेद मडुवे का ट्रायल उत्पादन शुरू कर दिया है। प्रयोग सफल रहा तो अगले साल से जिले के अधिकतर किसानों को सफेद मडुवा उत्पादन के लिए प्रेरित किया जाएगा।देश में यह साल मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक मोटे अनाज को बढ़ावा दे रही है। पोषक तत्वों से भरपूर मोटे अनाज की बाजार में मांग बढ़ रही है। मडुवे की बिक्री बढ़ाने और किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने सहकारी समितियों के माध्यम से 35 रुपये प्रति किलो की दर से मडुवा खरीदा। लोगों के बीच भी मडुवे की रोटी, नमकीन, बिस्कुट का क्रेज बढ़ा है लेकिन कई लोग काले रंग के कारण मडुवे को नापसंद करते हैं। इसलिए बाजार को ध्यान में रखते हुए वीपीकेएएस ने वर्ष 2020 में वीएल मडुवा- 382 नाम से सफेद मडुवे का बीज तैयार किया। जून 2022 में केवीके काफलीगैर ने संस्थान से मिले इस बीज का सफल उत्पादन अपने खेतों में किया। इससे तैयार बीज को इस साल 25 प्रगतिशील किसानों को बांटा गया है।