मानसून की रफ्तार थमने के साथ ही केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों ने जोर पकड़ लिया है। धाम में 800 मजदूर दिन और रात की शिफ्ट में निर्माण कार्य में जुटे हुए हैं। इस वर्ष दिसंबर माह तक दूसरे चरण के कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। तीसरे चरण में अनुबंध के तहत तीर्थपुरोहित और हक-हकूकधारियों के भवन मास्टर प्लान के तहत बनाए जाने हैं। साथ ही अन्य यात्री सुविधाओं को विकसित किया जाएगा।आपदा से प्रभावित केदारनाथ में 2018 से पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत पुनर्निर्माण कार्य चल रहे हैं। तीन चरणों में होने वाले कार्यों में पहले चरण में मंदिर परिसर व मंदिर मार्ग का विस्तार और आदिगुरू शंकराचार्य समाधिस्थल का पुनर्निर्माण पूरा हो चुका है। नवंबर 2021 से दूसरे चरण के कार्य चल रहे हैं। इन निर्माण कार्यों से जुड़ी 500 टन से अधिक निर्माण सामग्री चिनूक हेलिकॉप्टर से भी धाम पहुंचाई जा चुकी है।1545़11 लाख की लागत से संगम घाट का पुनर्विकास एवं पुनर्निर्माण, चिकित्सा पर्यटन सुविधा केंद्र, मंदाकिनी नदी के आस्था पथ पर दुकानों का निर्माण, रेन सेल्टर, इंटरप्रिटेशन सेंटर और संग्रहालय, प्रशासनिक भवन, अस्पताल, पुलिस थाना, सरस्वती प्लाजा और सिविक एमिनिटीज बिल्डिग निर्माण, प्रवचन हॉल, पुल निर्माण, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, रावल व पुजारी निवास, बीकेटीसी भवन आदि शामिल है। इन कार्यों को दिसंबर तक पूरा कराने के लिए केदारनाथ में विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के 800 मजदूर काम कर रहे हैं।