कोविड में नौकरी छूटने के बाद आई आर्थिक तंगी से एक पिता अपने बच्चों की टीसी स्कूल से प्राप्त नहीं कर पा रहा है। टीसी के बदले स्कूल प्रशासन ने दो साल की फीस जमा करने की डिमांड रखी है। पैसों की कमी के कारण टीसी न मिलने से बच्चों का सरकारी स्कूल में दाखिला नहीं हो पा रहा है।पीड़ित काठगोदाम निवासी पूरन सिंह मेहता ने नैनीताल सांसद को पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने टीसी दिलाने की मांग की है। कहा है कि उनके तीन बच्चे हैं, जिन्हें काठगोदाम और रानीबाग क्षेत्र के एक निजी स्कूल में पढ़ाया। हमेशा समय पर फीस जमा की। कोविड की वजह से 2019 में नौकरी छूट गई। इसके बाद आई आर्थिक कमजोरी के कारण स्कूल की फीस नहीं जमा नहीं कर पाया। स्कूल प्रशासन अब टीसी के बदले दो साल की 48,000 रुपये फीस जमा करने की बात कर रहा है। बिना फीस जमा किए टीसी नहीं दी जा रही है। टीसी न मिलने से बच्चों का सरकारी स्कूल में प्रवेश नहीं हो पा रहा है।