लघु व्यापारियों ने सोमवार को बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, पुरानी कचहरी के सामने वेंडिंग जोन बनाने और पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम प्रशासन द्वारा वर्ष 2018 में रेलवे स्टेशन, बस अड्डा आदि क्षेत्रों के लिए चलती-फिरती हाथ ठेली के लिए लगभग 200 से 250 लघु व्यापारियों का सर्वे किया जा चुका हैं। चार साल बीत जाने के बाद भी किसी भी रेहड़ी-पटरी के लघु व्यापारी को स्थापित नहीं किया गया है। लघु व्यापार एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा कि उत्तराखंड नगरीय फेरी नीति नियमावली के अनुसार रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, पार्किंग, सार्वजनिक स्थलों पर (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों के लिए छोटे-छोटे वेंडिंग जोन बनाए जाने चाहिए थे। उन्होंने कहा कि जब बस अड्डे के पास टैक्सी, रिक्शा व ऑटो स्टैंड की अनुमति दी जा सकती है तो इसी तर्ज पर लघु व्यापारियों के लिए भी अलग से बाजार विकसित किया जाना चाहिए।