हरिद्वार : कोरोना काल में भारत में बढ़ी रोजगार की कमी और आगामी दिनों में 2.5 करोड़ लोगों के बेरोजगारी के जद में आने के खतरे पर बात करते हुए मंगलवार को देहरादून के खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के राज्य निदेशक प्रभारी राम नारायण ने लोगों को "प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम" की महत्वता से रुबरु करने की कवायद की। आयोग के राज्य निदेशक प्रभारी के मुताबिक देश में महामारी का जो प्रभाव आम जनता की जेब पर पड़ा है उससे निपटने का एक मात्र समाधान 'स्वरोजगार' है। इसी के चलते राज्य निदेशक प्रभारी राम नारायण ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के बारे में बात करते हुए बताया की पी.एम.ई.जी.पी लोगों को आत्मनिर्भर बनाने में सक्षम है जिसका लाभ लेने के लिए आप घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आयोग की वेबसाइट पर आवेदकों के जमा किए आवश्यक दस्तावेजों की जांच के बाद उनके पसंद के बैंक को ऋण स्वीकृत करने हेतु भेज दिया जाएगा। निदेशक प्रभारी के अनुसार बैंक मात्र 30 दिनों के अंदर आपकी बैंक दवारा ऋण स्वीकृत करने का निर्णय लेगा। आवेदकों को ऋण स्वीकृति के बाद 7 -10 दिन का ई.डी.पी. उद्धयमिता विकास कार्यक्रम का ऑनलाइन/ऑफलाइन प्रशिक्षण लेना होगा। ई.डी.पी. प्रशिक्षण प्रमाणपत्र प्रस्तुत करते ही बैंक आपको ऋण की पहली क़िस्त निर्गत कर देगा। गौरतलब है , कि पी.एम.ई.जी.पी. के बारे में लोगों को अधिक जागरुक करने के लिए आयोग शुक्रवार को रूड़की रामनगर में एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित कर रहा है। बता दें, यह कार्यक्रम सभा कक्ष विकास खंड कार्यालय में 11 बजे रखा गया है।