अलकनंदा और गदेरे के कटाव से देवलीबगड़ और सोनला गांव को खतरा बना हुआ है। बीते दिनों हुई बारिश से गांवों के इर्द-गिर्द से भूकटाव हो रहा है, जिससे भूस्खलन का डर सता रहा है। ग्रामीणों ने गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत व जिलाधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों का कहना है कि अनुसूचित जाति/जनजाति के विकास के लिए सरकार की ओर से कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, लेकिन उनके गांवों की सुरक्षा के लिए कोई योजना तैयार नहीं की गई है। बदरीनाथ हाईवे पर स्थित सोनला गांव में भोटिया जनजाति के लगभग 50 परिवार निवास करते हैं। बारिश से गांव के समीप गदेरे के उफान पर आने से आवासीय मकानों के ऊपर से भूस्खलन का खतरा बना हुआ है।