कैबिनेट के वरिष्ठ सदस्य रहे यशपाल आर्य के अपने विधायक पुत्र संजीव के साथ कांग्रेस में लौटने के कदम से भाजपा असहज है। खासकर, कांग्रेस पृष्ठभूमि के विधायकों, जिनमें कई मंत्री भी शामिल हैं, के तेवर पिछले कुछ महीनों के दौरान जिस तरह तमाम मुद्दों पर तल्ख रहे हैं, उससे भाजपा नेतृत्व की इन्हें पालाबदल से रोकने की चिंता बढ़ गई है। अब जबकि कांग्रेस ने घर छोड़कर जाने वाले नेताओं के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं, ऐसा होना स्वाभाविक भी है। समझा जा रहा है कि अब ये नेता विधानसभा चुनाव तक अपनी शर्तों को लेकर भाजपा पर दबाव बनाने की रणनीति अमल में ला सकते हैं।