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• Wed, 10 Feb 2021 5:26 pm IST


उत्तराखंड सरकार की होम स्टे योजना से लोगों का मोह भंग



देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने पर्यटन सेक्टर को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए खाली पड़े घरों को होम स्टे में परिवर्तित करने के लिए दीनदयाल उपाध्याय गृह आवास विकास योजना शुरू की। योजना के तहत सरकार निजी घर को होम स्टे बदला जाता है। इसके लिए सरकार आर्थिक मदद भी प्रदान कर रही है, लेकिन कोरोना काल ने इस योजना को चौपट कर दिया है। पर्यटन विभाग ने वर्ष 2020 तक 5000 होम स्टे बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन जनवरी 2021 तक केवल 2800 होम स्टे पंजीकृत किये गए है। यह आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे है कि योजना से जुड़े लोगों का इससे मोह भंग हो गया है । देवभूमि इनसाइडर संवाददाता दीपिका आनंद ने इस योजना की पड़ताल की तो कई चौंका देने वाले तथ्य सामने आये। सरकारी कागज़ों में दर्ज कई होम स्टे मालिक अपने परिसर को होटलों में परिवर्तित कर चुके है, जबकि आधिकारिक वेबसाइट में उन्हें होम स्टे दिखाया गया है। होम स्टे मालिक निराश हैं कि योजना से उनके यहां पर्यटकों की संख्या नहीं बढ़ी। देखिये होम स्टे योजना पर ग्राउंड रिर्पोट....