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• Sat, 7 Oct 2023 5:08 pm IST

बिज़नेस

कर्ज के बोझ तले दब रहा पाक, ₹ 13.64 ट्रिलियन बढ़ा विदेशी ऋण, IMF के 700 मिलियन डॉलर पर टिकी आस


पाकिस्तान में गंभीर आर्थिक संकट की खबरें लगातार सुर्खियों में हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में विदेशी कर्ज का अनुपात बढ़ा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2022 में 36.9 प्रतिशत कर्ज का बोझ था। अब वित्त वर्ष 2023 में विदेशी लोन का दबाव बढ़कर 38.3 प्रतिशत हो गया है। शुक्रवार को आई एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वित्त मंत्रालय की 'वार्षिक ऋण समीक्षा और सार्वजनिक ऋण बुलेटिन' में विदेशी कर्ज का दबाव बढ़ने की बात सामने आई है। वित्त वर्ष 2023 में पाकिस्तान की घरेलू मुद्रास्फीति को अनियंत्रित बताया गया। आर्थिक मामलों के जानकारों की राय में नकदी की कमी से जूझ रही पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पिछले कई वर्षों से फ्री-फ़ॉल मोड में है।पाकिस्तान की जियो न्यूज के हवाले से समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट में बताया गया कि भारत के पड़ोसी मुल्क में "खतरनाक विकास" हो रहा है। वित्त वर्ष 2023 (FY2023) के बुलेटिन का जिक्र करते हुए कहा गया कि कुल सार्वजनिक ऋण जून 2023 के अंत तक 49.2 ट्रिलियन रुपये था। अब लोन बढ़कर 62.88 ट्रिलियन रुपये पर पहुंच गया है।