कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच रूस भारत को महंगा तेल बेच रहा है। इस समय यह पश्चिमी देशों को 60 डॉलर प्रति बैरल पर बेच रहा है जबकि भारत को 30% महंगे यानी 80 डॉलर प्रति बैरल पर बेच रहा है। कारोबारियों के मुताबिक, वैश्विक तेल बाजार में आपूर्ति कम होने व कीमतें बढ़ने से रूस निर्यात का फायदा उठा रहा है।
विश्लेषकों के मुताबिक, यही स्थिति रही तो देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ सकती हैं। यह लंबे समय से स्थिर बनी हुई हैं। जब भारत सस्ते में रूस से तेल खरीद रहा था, तब भी खुदरा बाजारों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 100 रुपये के आस-पास थीं, और अब जब कच्चा तेल महंगा हो गया है, तब भी यह उसी भाव पर स्थिर है।