केंद्र सरकार को वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान पेट्रोलियम उत्पादों पर सीमा शुल्क और उत्पाद शुल्क के रूप में 4.31 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई है। सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत यह जानकारी सामने आई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, भारत में वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान पेट्रोलियम उत्पादों के आयात पर 50,902.43 करोड़ रुपये का सीमा शुल्क वसूला गया। इस दौरान देश में पेट्रोलियम उत्पादों के विनिर्माण पर लागू केंद्रीय उत्पाद शुल्क के रूप में 3,80,113.47 करोड़ रुपये सरकारी खजाने में जमा हुए। इस तरह, सरकार को पिछले वित्त वर्ष के दौरान 4.31 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई। मध्य प्रदेश में नीमच के चंद्रशेखर गौड़ ने आरटीआई लगाकर यह जानकारी मांगी थी।
एलएनजी आपूर्ति में 5वीं बार चूका रूस
रूस ने भारत को गैस की आपूर्ति करने वाली कंपनियों में से एक पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भारत को एलएनजी गैस की आपूर्ति में पांचवीं बार चूक की है। गेल ने रूसी गैस उत्पादक कंपनी ग्रैजप्राम की सिंगापुर इकाई से हर साल 28.5 लाख टन एलएनजी आयात के लिए सौदा किया है। जून से अब तक पांच बार आपूर्ति करने में यह कंपनी चूक गई है।
यात्री वाहनों का निर्यात 26% बढ़ा
देश से यात्री वाहनों का निर्यात 2022-23 की जून तिमाही में सालाना आधार पर 26% बढ़कर 1,60,263 इकाई पहुंच गया। 2021-22 की समान तिमाही में यह आंकड़ा 1,27,083 रहा था। सियाम के अनुसार, यात्री कारों का निर्यात 88% बढ़कर 1,04,400 इकाई पर पहुंच गया। यूटिलिटी वाहनों का निर्यात 18 फीसदी बढ़कर 55,547 इकाई रहा।
एचयूएल को 2,391 करोड़ रुपये का मुनाफा
हिंदुस्तान यूनिलीवर लि. (एचयूएल) को चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में 2,391 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है। एक साल पहले समान तिमाही के 2,100 करोड़ की तुलना में यह 14 फीसदी अधिक है। कुल आय 20.36% बढ़कर 14,016 करोड़ रही। सीईओ संजीव मेहता ने कहा कि कंपनी ने तिमाही में बेहतर प्रदर्शन किया है।