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• Thu, 1 Apr 2021 3:09 pm IST


ग्राउंड रिर्पोट: रिस्पना और बिंदाल नदियों का पुनर्जीवीकरण केवल एक सपना



मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीन वर्ष पहले रिस्पना और बिंदाल नदी को पुनर्जीवत करने का संकल्प लिया। रिस्पना के उद्गम स्थल पर पूजा अर्चना से इसकी शुरूआत हुई। बड़ी बातें और दावे किये गए। परमार्थ निकेतन ने एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की। उस समय लगा कि आने वाले कुछ सालों में हालात बदलेंगे। अब तीन साल गुजर जाने के बाद देवभूमि इनसाइर संवाददाता नितिन सिंह और कैमरा मैन विवेक श्रीवास्तव ने दोनों नदियों में आए सुधार की पड़ताल की तो धरातल पर स्थितियां बेहद चिंताजनक मिली। नदियां गंदे नालों से भी बदतर हालात में हैं। अधिकारी दावे तो खूब करते रहे, लेकिन पालीथिन और कचरे से अटी पड़ी नदियों को साफ करने की किसी ने सुध नहीं ली। आलम यह है कि तीन साल में हालात जस के तस हैं। देखें पूरी रिर्पोट...