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DevBhoomi Insider Desk
• Wed, 29 Sep 2021 1:42 pm IST

न्यूज़ एनालिसिस

बाड़ाहोती चारागाह में चीनी सैनिकों ने घुसपैठ


उत्तराखंड के चमोली जिले की बाड़ाहोती चारागाह में करीब 1 महीने पहले चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की थी। आइए देखते हैं उत्तराखंड के प्रमुख समाचार पत्रों ने इस खबर को किस तरीके से प्रकाशित किया है।

दैनिक जागरण : अखबार ने “चमोली के बाड़ाहोती में फिर देखे गए चीनी सैनिक” शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की है ।  खबर में लिखा है उत्तराखंड के चमोली जिले के मल्हारी घाटी के बाड़ाहोती में एक बार फिर चीनी सैनिक देखे जाने की बात सामने आ रही है ।  

अमर उजाला  : अखबार ने “बाड़ाहोती में चीनी घुसपैठ की चर्चा सरकार ने कहा कोई जानकारी नहीं” शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की है । खबर में लिखा है उत्तराखंड के बाड़ाहोती में चीनी सैनिकों की घुसपैठ की खबरों ने खुफिया एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं । खबर है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों ने भारतीय सीमा में 12 होती क्षेत्र के पास स्थित एक कच्चा पुल क्षतिग्रस्त कर दिया।


हिंदुस्तान : अखबार ने “बाड़ाहोती में चीनी सेना ने बीते महीने की थी घुसपैठ” शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की है खबर में लिखा है चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के करीब 100 सैनिक अगस्त में वास्तविक नियंत्रण रेखा पार कर उत्तराखंड के 12 होती सेक्टर में घुस आए थे।


न्यूज़ एनालाइज
उत्तराखंड के बाड़ाहोती में चीनी घुसपैठ की इस खबर को उत्तराखंड के प्रमुख समाचार पत्रों ने अलग-अलग तरीके से प्रकाशित किया है । हिंदुस्तान अखबार ने अपनी खबर 100 चीनी सैनिकों के उत्तराखंड सीमा में घुसने की खबर को प्रकाशित करते हुए यह बताया है कि चीनी सैनिक कुछ घंटों तक यहां रहे और फिर बाद में लौट गए खबर में सूत्रों के हवाले से मिली तमाम जानकारी प्रकाशित की गई है । वहीं दैनिक जागरण अखबार ने अपनी खबर में चीनी सैनिकों द्वारा घुसपैठ का जिक्र करते हुए चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की ओर से दी गई जानकारी प्रकाशित की गई है  ।खबर में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि जुलाई के महीने में भी चीनी सैनिकों की ऐसी हरकत देखने को मिली थी । वही अमर उजाला अखबार ने इस खबर को विस्तार में प्रकाशित किया है । खबर में साल 2014 से लेकर साल 2018 तक चीनी घुसपैठियों की बाड़ाहोती में की गई गुस्ताखी को बिंदुओं में प्रकाशित किया गया है खबर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का इस विषय में क्या कहना है इस बात को भी प्रकाशित किया गया है।