पूरे प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बावजूद इसके चुनावी साल में राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशी और समर्थक गांव-गांव, शहर-शहर जाकर चुनावी सभाएं कर रहे हैं। ऐसे में आचार संहिता का उल्लंघन तो ही रहा है, कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा है। ये हाल तब है जब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामले 31 हजार से ऊपर पहुंच चुके हैं।
उत्तराखंड में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 31 जनवरी तक चुनावी जनसभाओं में रोक लगा रखी है। कोई भी राजनीतिक दल चुनावी जनसभा नहीं कर सकता है। साथ ही प्रचार-प्रसार के लिए भी सीमित लोगों को ही अनुमति दी गई है। प्रचार प्रसार में जाने वाले कार्यकर्ता को मास्क पहनना और सैनिटाइजर रखना अनिवार्य है। मास्क और सैनिटाइजर रखना तो दूर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सरेआम कोविड नियमों का उल्लंघन कर न केवल गांवों में जा रहे हैं बल्कि सोशल साइटों पर खुद फोटो और वीडियो शेयर कर रहे हैं।