उत्तरकाशी : आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर पहली बार समुद्रतल से 12 हजार फीट की उंचाई पर स्थित दयारा बुग्याल में तिरंगा लहराया गया। रैथल के ग्रामीणों ने दयारा बुग्याल में ध्वजारोहण किया। वहीं भाद्रपद की संक्राति पर बुधवार को दयारा में होने वाले ऐतिहासिक व प्रसिद्ध बटर फेस्टिवल की तैयारियां के साथ ग्रामीणों ने आजादी के अमृत महोत्सव भी दयारा बुग्याल में मनाया।रैथल गांव के ग्रामीण हर वर्ष भाद्रपद की संक्रांति को दयारा बुग्याल में प्रकृति का आभार जताने के लिए दूध मक्खन मट्ठा की होली का आयोजन करते हैं। स्थानीय स्तर पर अढूंडी पर्व के नाम से जाना जाने वाले इस उत्सव को इसकी अनूठी मक्खन की होली से बटर फेस्टिवल का नाम दिया गया है। सोमवार को स्वतत्रंता दिवस के मौके पर रैथल के ग्रामीणों, दयारा पर्यटन उत्सव समिति के पदाधिकारियों व वन विभाग के कर्मचारियों ने दयारा बुग्याल में तिरंगा फहराया व देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले स्वतत्रंता सैनानियों को याद किया।