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DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 11 Apr 2022 7:30 am IST


चम्पावत जिले में भक्तिभाव के साथ मनाया गया रामनवमी का पर्व


चम्पावत : रामनवमी का पर्व जिले भर में श्रद्धाभाव से मनाया गया। भक्तों ने माता सिद्धिदात्री के स्वरूप की पूजा-अर्चना की। मंदिरों व घरों में अखंड रामायण व सुंदर कांड पाठ का आयोजन भी हुआ। चम्पावत सहित लोहाघाट, पाटी, बारकोट, टनकपुर व बनबसा के मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई। पूजा-अर्चना का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा।

श्रद्धालुओं ने मां सिद्धिदात्री के साथ भगवान राम, माता सीता व हनुमान जी की विधिवत पूजा-अर्चना की। घरों और मंदिरों में कन्यापूजन कर मां भगवती से सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगा गया। मंदिरों में देर रात तक भजन कीर्तन हुए। देवीधुरा के मां बाराही मंदिर, ऐड़ी फटक शिला, मस्टा मंदिर पाटी, केदारनाथ, मां भगवती मंदिर परघ्यानी, कर्णकरायत के मां कड़ाई देवी, सुईं के मां भगवती, आदित्य महादेव, मस्टा मंडाली, गलचौड़ा, वन देवी, मां झूमाधुरी, लोहाघाट के ऋषेश्वर महादेव, देवीधार के मां भगवती, दिगालीचौड़ के मां अखिल तारिणी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। नेपाल सीमा से लगे पंचेश्वर तथा रामेश्वर के शिव मंदिर भी दिन भर पूजा पाठ चला। बाराकोट के लड़ीधुरा मंदिर, वर्दाखान के मां वरदायिनी आदि मंदिरों में देर रात तक पूजा अर्चना का सिलसिला चलता रहा। गलचौड़ा के भगवती मंदिर में देर रात रात्रि जागरण का आयोजन किया गया। देव डांगरों ने अवतरित होकर आशीर्वाद दिया। विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंची भजन मंडली टीमों ने माता के भजनों की शानदार प्रस्तुति दी। चम्पावत के मां हिगला देवी मंदिर में महिलाओं ने पूजा कर भजन कीर्तन किए। गोल्ज्यू मंदिर, डिप्टेश्वर, बालेश्वर, नागनाथ, मानेश्वर सहित सभी मंदिरों में कन्या पूजन किया गया। ग्रामीण इलाकों में भी रामनवमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के मंदिरों में पिछले नौ दिनों से उपवास में बैठे देव डांगरों व देवी भक्तों ने यज्ञ होम कर उपवास तोड़ा। कन्या पूजन कर घरों में कमजोर तबके के व्यक्तियों को बुलाकर भोज कराया गया।