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• Sat, 3 Apr 2021 11:14 am IST


झंडा मेले में नहीं हो रहा सोशल डिस्टैन्सिंग का पालन करना


झंडे मेले का आयोजन होते ही नहीं हो कर पा रहे हैं लोग सोशल डिस्टैन्सिंग का पालन करना। बता दे, दूसरे वर्ष कोरोना के साये में आयोजित हो रहे झंडे के मेले में एहतियात पर आस्था और श्रद्धा भारी पड़ गई।वही  कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन कराने में अधिकारियों के पसीने छूट गए हैं।

झंडे जी के आरोहण का साक्षी बनने की होड़ में श्रद्धालु आपस में शारीरिक दूरी बनाए रखना भी भूल गए, जबकि कोरोना से सुरक्षा के लिए शारीरिक दूरी के नियम का पालन बेहद जरूरी है। वही पुलिस-प्रशासन के लिए श्रद्धालुओं को काबू करना मुश्किल साबित होता नज़र आ रहा हैं । सुबह झंडे जी को उतारने की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही इस सुअवसर का दीदार करने के लिए झंडे जी के समक्ष श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी थी। जैसे-जैसे रस्में आगे बढ़ीं, श्रद्धालुओं की भीड़ का आकार भी बढ़ता गया। जैसे ही झंडे जी का आरोहण शुरू हुआ, उन्हें छूने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ लग गई। इस कोशिश में कोविड-19 से बचाव के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देश तार-तार हो गए। कई श्रद्धालु तो मास्क तक नहीं पहने थे। किसी ने चुन्नी तो किसी ने पगड़ी से आधा-अधूरा मुंह ढक रखा था। कई श्रद्धालुओं के मास्क नाक से नीचे खिसके हुए थे। झंडे जी का आरोहण होने के बाद श्रद्धालु उनके चारों ओर खड़े हो गए। इस दौरान भी भीड़ प्रबंधन मुश्किल हो गया। दरबार साहिब के मुख्य परिसर के बरामदे में भी श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे कोविड-19 गाइडलाइन की एक नहीं चली।