एक फरवरी को केंद्र के बजट पर महिलाओं की खासी नजर है। उन्हें उम्मीद है कि सरकार इस बार उनके लिए कुछ अलग देगी। महंगी रसोई गैस से उनको निजात मिलेगी। अब महिलाएं चर्चा करती हैं कि केंद्र सरकार बजट के पिटारे से उनके लिए क्या निकलेगा।
महिलाओं का कहना है कि उनके बच्चों को बेहतर शिक्षा कम दरों पर मिलनी चाहिए। बजट ऐसा हो जिससे महंगाई पर लगाम लगे और महीने में एक बार ही सही वह परिवार को हलवा-पूड़ी खिला पाएं। इधर व्यापारी बजट से जीएसटी की दरों के निर्धारण में कमी की उम्मीद कर रहे हैं तो युवा वर्ग को शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में कुछ नया मिलने की उम्मीद है।