टिहरी-श्री गंगा भागीरथी बोट यूनियन ने सरकार से बैंक ऋण माफ करने, बोट ऑपरेटरों को आर्थिक सहायता देेने की गुहार लगाई है। यूनियन के अध्यक्ष लखवीर चौहान, महासचिव जितेंद्र नेगी ने मुख्यमंत्री, उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के निदेशक और डीएम को ज्ञापन भेजकर समस्या बताई है। ज्ञापन में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण के कारण टिहरी झील में एक मई से बोटिंग पूरी तरह से ठप है, जिससे बोट संचालकों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। वे बैंक ऋण की किस्त और ऑपरेटरों का मानदेय भुगतान भी नहीं कर पा रहे हैं। कोरोना के कारण कारोबार पूरी तरह ठप होने के कारण वे बैंक ऋण की किस्त जमा नहीं कर पा रहे हैं। बैंकों की ओर से लगातार नोटिस भेजे जा रहे हैं। उन्होंने सरकार से तीन साल के लिए बोट स्वामियों का रजिस्ट्रेशन शुल्क टाडा से माफ कराने, वोटिंग प्वाइंट खुलने तक बोट ऑपरेटरों को प्रति माह 10 हजार की आर्थिक सहायता राशि देने, बोटों का संचालन शुरू होने तक बैंक ऋण की किस्तों का माफ करने की मांग की हैं।