लखनऊ: राजधानी के हजरतगंज स्थित पांच मंजिला अलाया बिल्डिंग मंगलवार शाम को ढह गई। इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई है, जबकि मलबे में अभी भी दो लोगों के होने होने की सूचना है। यहां 17 घंटे से रेस्क्यू करने के लिए ऑपरेशन जारी है। एनडीआरएफ के साथ आर्मी टीम रेस्क्यू में जुटी है।
बुधवार सुबह रेस्क्यू कर 75 वर्षीय बेगम हैदर को सिविल
अस्पताल लाया गया था। डॉक्टर ने बताया कि इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। बेगम हैदर
कांग्रेस के पूर्व नेता जीशान हैदर का मां हैं। जीशान की पत्नी अभी मलबे में फंसी हैं, जिन्हें निकालने की कोशिश
जारी है।
सीएम योगी ने गठित की तीन सदस्यीय समिति
गौरतलब है कि हादसा मंगलवार शाम लगभग 6:30 बजे हुआ। डीजीपी डीएस चौहान के
मुताबिक, अभी तक 14 लोगों को रेस्क्यू करके निकाला गया
है, जो लोग बिल्डिंग के बेसमेंट में फंसे हैं।
उनको लगातार ऑक्सीजन देने की कोशिश हो रही है। इनसे फोन पर भी बात की गई है। वहीं, मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के
निर्देश पर तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी में लखनऊ के आयुक्त
रोशन जैकब, संयुक्त पुलिस
आयुक्त लखनऊ पीयूष मोर्डिया और चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी लखनऊ को शामिल किया गया
है। यह कमेटी एक हफ्ते में रिपोर्ट सरकार को देगी।
पूर्व मंत्री का बेटा हिरासत में
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अलाया अपार्टमेंट
के बेसमेंट में मंगलवार को खुदाई चल रही थी, उसी समय यह ढह गई। पुलिस
ने पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश को हिरासत में लिया है। यह बिल्डिंग
उन्हीं की है। अलाया अपार्टमेंट लगभग 15 साल पहले बनी थी, जिसमें 30-35 परिवार रह रहे थे। इस इमारत को बनाने के समय
न सेटबैक छोड़ा गया और न जरूरी संपर्क मार्ग। एलडीए के सूत्रों की मानें तो अभी तक बिल्डिंग का कोई
नक्शा सामने नहीं आया है।