उत्तराखंड में आने वाले दिनों में केदारनाथ, और बदरीनाथ के बीच सफर आसान हो जाएगा। तीर्थ यात्री आसानी से एक धाम से दूसरे धाम के दर्शन कर सकेंगे। केदारनाथ हाईवे से लगी पहाड़ी से बदरीनाथ हाईवे को जोड़ने वाली पहाड़ी पर बनने वाली 900 मीटर सुरंग का काम दिसम्बर में शुरू होगा।
लोनिवि राष्ट्रीय राजमार्ग के अनुसार दिसम्बर माह में इस बड़े प्रोजेक्ट का भूमि पूजन होगा। ढाई साल के भीतर काम पूरा होने की समय सीमा भी निर्धारित की गई है। रुद्रप्रयाग नगर को भारी वाहनों के भार से मुक्त करने के लिए केदारनाथ हाईवे से बदरीनाथ हाईवे को बाईपास सुरंग के जरिए जोड़ने की तैयारी तेज हो गई है।
हालांकि अब ऐसी कोई बाधा नहीं है, जिससे यह आशंका व्यक्त की जाए कि इस काम में देरी होगी। वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से स्वीकृति के साथ ही भारत सरकार के सड़क परिवहन मंत्रालय और लोनिवि एनएच के बीच अनुबंध भी आखिरी चरण में है। इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए भारत सरकार से 1 अरब 56 करोड़ रुपये भी स्वीकृत हुए हैं।
पूर्व में फेज वन का काम बीआरओ द्वारा पूरा किया गया था। जिसमें जवाड़ी बाईपास का निर्माण और मंदाकिनी नदी पर पुल बनाया गया।अब दूसरे फेज में केदारनाथ हाईवे के जागतोली तिराहे से लगी पहाड़ी से कोटेश्वर तिराहे के करीब 900 मीटर सुरंग बनाई जाएगी। जबकि इसके बाद सीधे अलकनंदा नदी पर 200 मीटर पुल बनाते हुए इस मार्ग को बदरीनाथ हाईवे से जोड़ा जाएगा।