हरिद्वार। श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा 13 मढ़ी के महंत धर्मेंद्र गिरी महाराज एवं महंत रामा गिरी महाराज गंगा वालों की ओर से कुंभ के अवसर पर अन्न क्षेत्र का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुजनों को संबोधित करते हुए महंत रामा गिरी गंगा वालों ने कहा कि विश्व का सबसे धार्मिक महापर्व कुंभ मेला सेवा का अवसर भी प्रदान करता है। कुंभ मेले के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धाु भक्तों व संत महापुरूषों की सेवा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
उन्होंने कहा कि सेवा सनातन धर्म की विशेष परंपरा है और संत महापुरूषों का जीवन सदैव सेवा को समर्पित रहता है। पूज्य गुरूओं के दिखाए मार्ग का अनुसरण करते हुए संत महापुरूष मानव सेवा को सदैव तत्पर रहते हैं। हमें जो कुछ भी प्राप्त होता है वह गुरु और ईश्वर की कृपा से प्राप्त होता है। गुरु ही ईश्वर से मिलने का एक मार्ग बनता है। इसलिए सदैव अपने गुरु के चरणों की ओर ध्यान रखना चाहिए तभी परमात्मा की प्राप्ति होगी। गुरूओं की प्रेरणा से कुंभ मेले के अवसर गंगा मां के तट पर अन्न क्षेत्र का शुभारंभ किया गया है।
अन्न क्षेत्र के माध्यम से संत महापुरूषों व श्रद्धालुओं को भोजन प्रसाद वितरित किया जाएा। सभी को कोरोना नियमों का पालन करते हुए संत महापुरूषों का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए। महंत धर्मेन्द्र गिरी महाराज ने कहा कि कुंभ मेला सनातन संस्कृति का शिखर उत्सव है। कुंभ मेले के दौरान संत महापुरुष विश्व को धर्म का संदेश प्रदान करते हैं। कुंभ मेले के दौरान मां गंगा के पवित्र तट पर संत महापुरूषों के दर्शन मात्र से ही श्रद्धालु भक्तों का कल्याण हो जाता है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु कोविड नियमों का पालन करते हुए संत दर्शन व कुंभ स्नान का लाभ उठाएं। इस दौरान बड़ी संख्या में संत और श्रद्धालु मौजूद रहे।