जहां एक ओर पूरे देश की नजर जोशीमठ भू धंसाव पर है, वहीं दूसरी ओर टिहरी की आपदा की आहट से भी लोग भयभीत हैं. टिहरी बांध प्रभावित गांवों में भू-धंसाव से ग्रामीण परेशान हैं. प्रभावित गांवों की स्थिति जोशीमठ से कम भयावह नहीं है. लेकिन शासन-प्रशासन द्वारा लोगों को विस्थापित करने की दिशा में कार्य रफ्तार से नहीं चल रहा है.टिहरी आपदा प्रभावित क्षेत्र के 9 गांवों के 440 परिवारों को विस्थापित कराने को जिला प्रशासन के स्तर से कार्रवाई गतिमान है. प्रभावित परिवारों को गांव के आसपास ही सुरक्षित स्थान पर भवन निर्माण को धनराशि दी जा रही है. टिहरी जिले के त्यालनी गांव के 20 परिवारों को जिला प्रशासन ने भवन निर्माण के लिए प्रति परिवार सवा 4 लाख रुपये की धनराशि मुहैया करवा दी है. जिन्होंने भवन निर्माण कर दिए हैं. वहीं भेलुंता ग्राम पंचायत की छेरदानू तोक के 26, इंद्रौला के 220, अगुंडा के 99, कोट के 34, पनेथ के 21, डौंर के 11, भैतांण गांव के 4 और हलेथ के 5 परिवारों को भवन निर्माण के लिए प्रथम किश्त के रूप में डेढ़-डेढ़ लाख रुपए की धनराशि निर्गत कर दी है.