वुमन इम्पावरमेंट में सबसे ज्यादा योगदान देने वाली सरोजनी नायडू भारत की एक प्रसिद्ध कवयित्री और भारत देश के सर्वोत्तम राष्ट्रीय नेताओं में से एक थीं. सरोजिनी नायडू का जन्म हैदराबाद भारत में 13 फरवरी 1879 में हुआ था. आज उनके जन्मदिन के खास मौके पर आइए जानते हैं कुछ रोचक तथ्य
- बात करें अगर उनके परिवार की तो सरोजिनी के पिता का नाम अघोरनाथ चट्टोपध्याय था और उनकी माता का नाम वरदा सुंदरी था. वे एक कवयित्री थीं और बंगाली भाषा में कविताएं लिखती थी. सरोजिनी नायडू उनके आठ भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं. सरोजिनी नायडू के एक भाई विरेंद्रनाथ क्रांतिकारी थे.
-उन्होंने बहुत कम उम्र में ही अपने साहित्यिक ज्ञान का उपयोग करते हुए 1300 लाइंस की बहुत लम्बी इंग्लिश में कविता लिखी थी.
-सरोजिनी नायडू के पास उनकी बहुत सी उपलब्धियां है, जिसमें भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में उल्लेखनीय योगदान शामिल है. 1905 में वे बंगाल विभाजन के आंदोलन में शामिल हुई और तब वे इस कारण अपनी प्रतिबद्धता के लिए फंस गयी.
-भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए काम करते समय उन्हें कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व जैसे मुहम्मद अली जिन्ना, जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी के साथ आगे बढ़ने का मौका मिला. जिनके साथ उन्होंने एक विशेष बंधन और एक बहुत अच्छा संबंध साझा किया था.
-1925 में नायडू को राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया, जिससे वे पद धारण करने वाली पहली भारतीय महिलाएं बन गईं.